शनिदेव के स्वरूप एवं वाहन
शनिदेव के प्रिय वस्तु तथा स्थान:-
शनि ग्रह पर लोहे की अधिकता है, और यही कारण है कि शनिदेव को लोहा अत्यधिक प्रिय है। धातुओं में लोहा, रत्नों में नीलम, सभी तेल और विशेष रूप से काली सरसों का तेल, काली सरसों, जौ, काला चना शनिदेव कि प्रिय वस्तुएं हैं। मशीनों और कारखानों, श्मशानों, कारागारों को शनि का प्रिय स्थान माना जाता है। शरीर में इनका स्थान कलाई और पंजों में विशेष रूप से माना जाता है, तो मांसपेशियों, दांतों, मल-मूत्र प्रणालियों का नियंत्रण भी शनिदेव हीं करते हैं।
